Menu
Log in

Log in
  • Home
  • Visually Challenged

Visually Challenged
दृष्टिबाधित क्षमता विकास प्रकोष्ठ (दृष्टि)

हमारे हाथ का अंगूठा किसी भी चीज पर पकड रखने में सर्वाधिक महत्वपूर्ण साधन है। बिना अंगूठे के मनुष्य कमजोर हो जाता है, बची हुई चार उँगलियाँ उतनी मजबूती से कोई वस्तू पकड़ नहीं पाती I यदि हमारी पांच उँगलियों की तुलना हम हमारे पांच संवेदन अंगों से करें तो रूप (दृष्टि), रस (जीभ), गंध (नाक), श्रवण (कान) व स्पर्श (त्वचा) के क्रम में दृष्टि की तुलना अंगूठे से की जा सकती है I हमारे चारों और के परिसर को समझने के लिए हम सर्वाधिक अर्थात् 80 प्रतिशत उपयोग हमारी आँखों का करते हैं। इसीलिये जो दृष्टी से वंचित है उनके लिए जीवन कठिन हो जाता है। 

भारत के 2.68 करोड दिव्यांगों में 50.32 लाख दृष्टिबाधित (2011 जनगणना) हैं। इसके अलावा कुछ दृष्टिबाधित बहुविकलांगता श्रेणी में भी होंगे। RPD Act 2016 के अनुसार 

दृष्टिगत र्हास्य-

(1)”अंधता” से ऐसी दशा अभिप्रेत है जिसमें सर्वोत्तम सुधार के पश्चात् व्यक्ति में निम्नलिखित स्थितियों में से कोई एक स्थिति विद्यमान होती है,-

(i)दृष्टि का पूर्णतया अभाव;

(ii)सर्वोत्तम सुधार के साथ अच्छी आँख दृष्ट संवेदनशील 3/60 या 10/200 (स्नेलन) से अन्यून; या

(iii)10 डिग्री से अन्यून किसी कक्षांतरित कोण पर दृश्य क्षेत्र की परिसीमा;


(2)”निम्न दृष्टि” से ऐसी स्थिति अभिप्रेत है जिसमे व्यक्ति की निम्नलिखित में से कोई एक स्थिति होती है, अर्थात 

(i) बेहतर आंख में सुधारकारी लेंसों के साथ साथ 6/18 से अनधिक या 20/60 से कम 3/60 तक या 10/200 (स्नेलन) दृश्य संवेदनशीलता; या 

(ii) 10 से अधिक 40 डिग्री तक की दृष्टि अंतरित किसी कोण के क्षेत्र में सीमाए I

           दृष्टिबाधितों के सर्वांगीण विकास के कार्य को योजनाबध्द रूप से कार्यान्वित करने के लिए हम कार्य को निम्नानुसार विभाजित कर सकते हैं।

1.स्वास्थ्य, 2. शिक्षा, 3. स्वावलंबन, 4. सामाजिक विकास

1.स्वास्थ्य –

अंधेपन का कारण: 

1. मोतियाबिंदु (62.6 %)

2. रेफरेक्टिव एरर (19.7 %)

3. कॉर्नियल ब्लाइंडनेस (0.9%)

4. काँचबिंदु (ग्लूकोमा) (5.8%)

5. पोस्टीरियर सिग्मेंट डिसऑर्डर   (4.7%)

6. अन्य (6.3%)

            इस्टिमेट नेशनल प्रिव्लेन्स ऑफ़ चाइल्डहुड ब्लाइंडनेस लो विज़न (रेटीनाइटिस ऑफ़ प्रीमैच्योरिटी आर ओ पी , कंजेनिटल कैटरेक्ट ,  कंजेनिटल ग्लूकोमा, ऑप्टिक नर्व प्रोब्लेम्स) शीघ्र पहचान एवं उपचार के कारण कई समस्या ठीक कर सकते है, अंधत्व से बचा सकते है I उदा. अपरिपक्व स्थिति में (प्रीमैच्योर) जन्म लेने वाले बच्चों का आर. ओ.पी. (रेटिनोपैथी ऑफ़ प्रीमैच्योरिटी) की दृष्टि से परिक्षण व उपचार, बालक-बालिकाओं के नेत्र जाँच शिबिर, 18 वर्ष तक के बालक-बालिकाओं की आँखों का तिरछापन पर उपचार, कॉर्निया अंधत्व से ग्रसितों के लिए कॉर्निया प्रत्यारोपण किया जा सकता है I


718-Anadita Goon - Pre Op 3-1-2017 (B).jpg718-Anadita-Post Op 6-3-2017 at Silchar (A).jpgC:\Users\Saksham\Desktop\Photos\Sukumar ji sent photos\IMG-20190908-WA0231.jpg



A Prakosht of SAKSHAM, It works for Visually Challenged and Low vision Disabilities and Prevention of Blindness and Low vision.

Programs

Netrakumbh

A special Eye Donation Awareness Campaign was undertaken in the form of a countrywide Rail Yatra to collect at least 1 lac pledge forms.

Read More

CAMBA(Cornea Andhatv
Mukt Bharat Abhiyan)

‘CAMBA’ stands for Cornea Andhatv Mukta Bharat Abhiyan (in Hindi). It means Corneal Blindness Free Bharat Movement (in English).

Read More

Pledge Your Eyes

SAKSHAM undertakes intense campaigning for inspiring people to pledge for eye donation during this fortnight.                                                                                                                                                               

Copyright© 2024-25 SAKSHAM SEVA. All Rights Reserved.
Powered by Wild Apricot Membership Software